उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में हुई हिंसा के बाद किसान संगठन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay mishra teni) को पद से बर्खास्त करने की लगातार मांग कर रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी भी खुद को विवादों से दूर रख रहे हैं। यही कारण है कि 24 नवंबर को अजय मिश्रा ने अपने गृह जिला लखीमपुर में चीनी मिल के उद्घाटन में अपना दौरा रद्द कर दिया जबकि उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। अजय मिश्र के कार्यक्रम में न जाने की वजह राकेश टिकैत की धमकी बताई जा रही है।
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने लखनऊ में महापंचायत के दौरान कहा था कि, “अगर चीनी मिल का उद्घाटन करने टेनी आते हैं, तो उस चीनी मिल में कोई भी किसान गन्ना नहीं ले जाएगा। बल्कि गन्ना जिलाधिकारी के कार्यालय ले जायेंगे, चाहे उन्हें कितना भी नुकसान हो।” किसान नेता राकेश टिकैत की इस चेतावनी के बाद दो सहकारी चीनी मिलों के उद्घाटन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने भाग नहीं लिया।
लखीमपुर जिले (Lakhimpur) के बेलरायां और संपूर्ण नगर में दोनों चीनी मिलों में मुख्य अतिथि के रूप में गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी को शामिल होने के लिए निमंत्रण कार्ड भेजे गए थे। बुधवार 24 नवंबर को 2021-22 के लिए पेराई सत्र की शुरुआत के लिए जिले के बेलरायां और संपूर्ण नगर में दो चीनी मिलों का उद्घाटन कार्यक्रम होना था। मगर किसानों के विरोध के कारण अझय मिश्र टेनी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
मंत्री अजय मिश्रा के अनुपस्थिति में जिला प्रशासन की ओर से लखीमपुर खीरी के एडीएम संजय कुमार इस कार्यक्रम में चीफ गेस्ट शामिल हुए। हालांकि, मंत्री के निजी सचिव अमित मिश्रा ने बताया कि झारखंड के रांची में केंद्रीय गृह मंत्रालय का कार्यक्रम था इसलिए वे चीनी मिलों में कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में 4 किसानों समेत कुल 9 लोगों की मौत हुई थी। आरोप है कि अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। इस मामले के बाद किसान लगातार अजय मिश्र टेनी को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से बर्खास्त करने का मांग कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी बुधवार को झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे। यहां उन्होंने सीआईएसएफ कैंपस में 272 फ्लैटों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। CISF के अधिकारियों और जवानों के लिए 60 करोड़ रुपये में आवास बनाये जाएंगे। इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री मिश्र ने कहा कि आये दिन सुरक्षा संबंधी अलग-अलग तरह की चुनौतियां आती रहती है। सरकारी संस्थानों, कल-कारखानों समेत कई जगहों पर खतरे की आशंका बनी रहती है। ऐसे में अर्द्धसैनिक बलों को अपने आप को तैयार रखना होता है। अजय मिश्र टेनी कहा कि पिछले 7-8 सालों में सीआइएसएफ ने खुद में काफी सुधार लाया है।
रांची में CISF कैंपस में कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने लखीमपुर खीरी हिंसा और उनके बर्खास्ती को लेकर किसानों की मांग के सवाल पर कहा, “यह मामला कोर्ट में है और जांच एजेंसियों के पास है। इस पर मैं कुछ नहीं बोलना चाहूंगा।”