केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते कई महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती है, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।
हालांकि कुछ दिनों पहले किसान गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी गेट फ्लाईओवर की सर्विस लेन से टेंट हटाते हुए देखे गए। इस बात को लेकर राकेश टिकैत ने ‘द क्विंट’ को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि किसान कहीं नहीं जा रहे हैं। इसके साथ ही किसान नेता ने इंटरव्यू में यूपी चुनाव का भी जिक्र किया।
दरअसल, राकेश टिकैत से इंटरव्यू में सवाल किया गया कि क्या गाजीपुर से किसान वापस जा रहे हैं क्या? सवाल का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “कौन कह रहा था कि हम वापस जा रहे हैं। किसान तो यहीं का यहीं है। ट्विटर कौन चला रहा है और किसने यह खबर चलाई, हमें तो इस बात की कोई भी जानकारी नहीं है।”
राकेश टिकैत ने अपने बयान में आगे कहा, “11 महीने पहले जब हम आए थे तो दिल्ली जाने के लिए ही आए थे, लेकिन यहां बैठ गए। क्योंकि सरकार ने हमें रोक दिया।”
राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि किसान आंदोलन बार-बार विवादों में आ जाता है तो सरकार के नजर में आने के लिए विवाद जरूरी है क्या? इस पर भाकियू नेता ने कहा, “समाधान जरूरी है।”
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हम समाधान चाहते हैं।” इंटरव्यू में भाकियू नेता से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सिलसिले में भी चर्चा की गई। उनसे पूछा गया कि क्या आंदोलन का असर यूपी विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। इसपर किसान नेता ने कहा, “बिल्कुल प्रभाव पड़ेगा। जिस दिन चुनाव आचार संहिता लग जाएगी, उस दिन बता देंगे।”
राकेश टिकैत की इस बात पर रिपोर्टर ने सवाल किया, “और वापस भाजपा आ गई तो, तो आपको कहा जाएगा कि कहां कर पाए आप कुछ?”
इस बात का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “आ जाने दो, सरकार तो आती-जाती चीज है। कोई न कोई तो आता ही रहता है, ये तो कन्फर्म है।” इंटरव्यू में राकेश टिकैत ने सरकार के रवैये को लेकर कहा कि वह थोड़ी टाइट है, मान नहीं रही है।