तीन नए कृषि कानूनों (Three new farm laws) के विरोध में किसानों के आंदोलन को कई महीने हो चुके हैं। किसान इन नए कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहे हैं वहीं, केंद्र सरकार (Modi Government) इन कानूनों को रद्द करने को तैयार नहीं। लिहाजा, गतिरोध बना हुआ है और किसान लगातार आंदोलनरत हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे (America tour) पर गए हैं। वहां उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के साथ होनी है। इसे लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने अमेरिकी राष्ट्रपति से अपील की है कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान वे किसानों के मसले को रखें। टिकैत ने ट्वीट कर लिखा, “डियर @POTUS, हम भारतीय किसान पीएम मोदी की सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
पिछले 11 महीनों में विरोध प्रदर्शन में 700 किसानों की मौत हो चुकी है। हमें बचाने के लिए इन काले कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए। कृपया पीएम मोदी से मिलते समय हमारी चिंता पर ध्यान दें।” उन्होंने इस ट्वीट के साथ हैशटैग #Biden_SpeakUp4किसान का प्रयोग किया है।
इससे पहले टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा था कि इस समय सरकार सत्ता के मोह में चूर है, लेकिन अब हमारा आंदोलन बॉर्डर तक सिमटकर नहीं रह गया है। अब हमारा आंदोलन जन-जन की आवाज तक पहुंच गया है। किसान आंदोलन देश और राज्यों को कोने-कोने तक फैल गया है।
टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में देश का किसान आंदोलनरत है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि पीएम की तानाशाही भाजपा को ले डूबेगी। उनका आरोप था कि हाल ही में प्रदेश में हुए जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव में भाजपा ने लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दीं।
टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों को ये बताए कि आंदोलन का हल कैसे निकलेगा। हम अपने आंदोलन को लेकर अडिग हैं। 27 सितंबर को भारत बंद है। जैसा मुजफ्फरनगर की ऐतिहासिक पंचायत में हमने कहा था।
टिकैत ने कहा कि हम पूरी तरह घेराबंदी कर रहे हैं। कई संगठनों से हमने 27 तारीख को बंद रखने की अपील की है। कई संगठनों का समर्थन हमें पहले भी मिला है और आगे भी मिलता रहेगा। हमारा आंदोलन ऐसे ही सफल रहेगा सरकार जल्द ही जिद छोड़ेगी। टिकैत ने देश के लाभकारी सरकारी उपक्रमों को बेचे जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम देश को दो औद्योगिक घरानों के हाथों में गिरवी रख रहे हैं।
प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों की चर्चा करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि इन चुनावों में भाजपा की हार तय है। उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध में आगामी 27 सितंबर को आहूत भारत बंद को सफल बनाने के लिए व्यापारियों से सहयोग की अपील की है। वहीं, हरिद्वार के लक्सर में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन अब कृषि कानून नहीं बल्कि मोदी सरकार को बदलकर ही खत्म किया जाएगा।
इसके लिए किसान 2024 तो क्या, जरूरत पड़ने पर अगले दस साल भी आंदोलन चलाने को तैयार हैं। उन्होंने दिल्ली की तर्ज पर एक दिन देहरादून को सील करने की चेतावनी भी दी। लक्सर में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया।
उन्होंने कहा सात साल में हमें गांव, कस्बों में धर्म व जाति के नाम पर लड़ाया गया। टिकैत ने दावा किया कि मोदी सरकार जल्दी ही सीड बिल लाने जा रही है। इसके लागू होने के बाद किसान अपनी उपज से खुद बीज नहीं रख पाएगा।