सुधीर चौधरी ने बताया ‘बेरोजगार पत्रकार’ तो अजीत अंजुम ने भी पलटवार कर की बोलती बंद

गोदी मीडिया के तौर पर अपनी पहचान बना चुके ज़ी मीडिया के संपादक सुधीर चोधरी ने वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम को ‘बेरोजगार पत्रकार’ बताया है। जिस पर पलटवार करते हुए अजित अंजुम ने भी सुधीर चोधरी की भी बोलती बंद कर दी। ट्विटर पर शुरू हुई दोनों के बीच यह बहस काफी चर्चा का विषय रही।

दरअसल, एक वीडियो साक्षात्कार को लेकर दोनों पत्रकार ट्विटर पर आपस में भीड़ गए। हुआ यूं कि अजीत अंजुम ने हाल ही में वह यूपी के एक बुजुर्ग ग्रामीण से सवाल पूछते नज़र आए। जिसका VIDEO उन्होने अपने यूट्यूब अकाउंट पर भी शेयर किया। इंटरव्यू के दौरान बुजुर्ग ने पीएम मोदी, सीएम योगी और भाजपा सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, कश्मीर को पहले पाकिस्तान अपना हिस्सा मानता था, लेकिन अनुच्छेद-370 के हटने के बाद वो पूरी तरह भारत का हिस्सा हो गया। इसके अलावा बुजुर्ग ने भी ये दावा किया कि यूपी में रोजगार बड़ा है। इस दौरान बुजुर्ग ने ज़ी मीडिया के संपादक सुधीर चोधरी के कार्यक्रम को देखने की भी बात कहीं।

वीडियो शेयर करते हुए अजीत अंजुम ने ट्वीट किया, ‘370 हटने से कश्मीर भारत में आ गया, पहले तो पाकिस्तान में था’। मोदी के कट्टर समर्थक और ZEE NEWS के कट्टर दर्शक से ज्ञान की बातें सुन लीजिए। मंहगाई का इनके लिए कोई मतलब नहीं ,चाहे डीजल 200 रुपये हो जाए। मोदी जी के लिए सब कबूल है।”

इस पर सुधीर चौधरी ने लिखा कि “पत्रकार के भेष में ये जो भी आदमी है, इसने एक वृद्ध ग्रामीण के मुँह में अपने शब्द डालने की पूरी कोशिश की। जब नहीं हुआ तो उसका मज़ाक़ उड़ाया। आख़िर में झुंझला गया। ये लोग गाँव वालों को अनपढ़ और बेवक़ूफ़ समझते हैं जबकि है इसका उल्टा। ये बेरोज़गार पत्रकार ईर्ष्या की आग में जल रहे हैं।”

सुधीर चौधरी को जवाब देते हुए अजीत अंजुम ने लिखा, “चौधरी जी, ये वही आदमी है जिसके दफ्तर में आपको सौ करोड़ की वसूली के आरोप में एडिटर्स की बॉडी से निकाला गया था। सब कुछ कैमरे में होने के बाद भी आप बेशर्मी से अपनी ब्लैकमेलिंग का बचाव कर रहे थे। वसूली में जेल आप गए थे, ये ‘बेरोजगार पत्रकार’ नहीं।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “और चौधरी जी, ये वही आदमी है जिसके दफ्तर में संपादकों के सामने अपनी सफाई में बेशर्म दलील देने दो बार आए थे। 100 करोड़ की ब्लैकमेलिंग का वीडियो तब हम सबने देखा था। आपकी दलील को हम सबने खारिज करके BEA से बाहर किया था। ब्लैकमेलिंग प्रवृत्ति के चौधरी जैसी नौकरी को सौ बार लात मारूंगा।”इस मामले में एबीपी न्यूज़ के पूर्व एंकर और वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और लिखा , “करारा जवाब। ये आदमी कलंक है पत्रकारिता के नाम पर। एक टीचर को बदनाम करके इसने उसे भीड़ से नुचवा दिया था। इस तिहाड specialist के चैनल को एक महीने बंद रहना पड़ा था। बेहूदा पत्रकार ही नहीं इंसान भी है।”

वहीं विनोद कापड़ी ने अपने लिखा, “आँकड़े जानते हुए भी नहीं बताऊँगा सुधीर , पर जिसे तुम बेरोज़गार कह रहे हो, वो सिर्फ़ सच और ईमानदारी के सहारे पत्रकारिता करके हर महीने सरकार की दिहाड़ी पर रखे गए तिहाड़ी संपादकों से दोगुना कमा रहा है। इतना कि तुम अपने आका को बोलकर IT raid करा सकते हो।”

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