26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद सरकार ने कई नेताओं पर एफ आई आर दर्ज किया है जिसके बाद आज यूपी सरकार मैं गाजीपुर बॉर्डर से टेंट हटाने के नोटिस दिए और रात तक बॉर्डर खाली करने के भी आदेश दिए
26 जनवरी को हुई हिंसा की जिम्मेदारी लेते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत सरेंडर करने के लिए और गिरफ्तारी देने के लिए तैयार थे लेकिन पुलिस प्रशासन के मंच पर आ जाने के बाद किसान नेता और वहां के किसान ने गिरफ्तारी से मना कर दिया
आपको बता दें कि 27 जनवरी के रात से ही गाजीपुर बॉर्डर पर बिजली और पानी काट दी गई है जिसके बाद वहां के किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसा बताया जा रहा है कि कई किसान लौट कर अपने घर की ओर जा चुके हैं कुछ किसान अभी भी वही है और उनका यह कहना है कि वह मर जाएंगे तीनों कानून वापस नहीं होते तब तक नहीं जाएंगे
मंच पर खूब रोए राकेश टिकैत।#KisanAndolan #FarmersProtest pic.twitter.com/rvNKukKaM9
— News24 (@news24tvchannel) January 28, 2021
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रोते हुए यह कहा कि सरकार ने हमारा पानी बंद किया जब तक गांव से किसान पानी लेकर नहीं आएंगे मैं पानी नहीं पी लूंगा और वही अनशन पर बैठ गए अब देखना यह है कि देर रात पुलिस प्रशासन का क्या रवैया होता है