पिछले 60 दिनों से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को महाराज सरकार का शुरू से ही समर्थन मिल रहा है कृषि कानूनों के खिलाफ जो आंदोलन चल रहे हैं उसके समर्थन में आज मुंबई के आजाद मैदान में किसानों ने रैली की आपको बता दें कि ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान आजाद मैदान में एकजुट हुए बताया जा रहा है कि किसान महाराष्ट्र के कई जिलों से यहां अपना समर्थन देने पहुंचे थे
इस रैली के बाद किसानों ने राजभवन तक मार्च भी निकाला और कुल 23 किसान संगठनों ने राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना ज्ञापन सौंपा एनसीपी नेता शरद पवार महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधते हुए यह कहा कि महाराष्ट्र में पहली बार ऐसा राज्यपाल आया है क्योंकि कंगना राणावत से मुलाकात करता है पर उसके पास किसानों से मिलने का वक्त नहीं है
"Governor Has Time To Meet Kangana Ranaut, But Not #Farmers": Sharad Pawar https://t.co/uI1nBNQPIS pic.twitter.com/yOD8IopRJa
— NDTV (@ndtv) January 25, 2021
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल फिल्म अभिनेत्री कंगना राणावत के साथ मुलाकात कर सकते हैं और हमारे अन्नदाता से नहीं साथ ही उन्होंने यह भी कहा मोदी सरकार ने यह तीनों कृषि कानून संसद में बिना किसी चर्चा के पास कर दिया गया है और यह संविधान के साथ एक मजाक है भारत सरकार को यह तीनों कृषि कानून तुरंत वापस लेने चाहिए क्योंकि बीते 2 महीने से भारत के किसान लगातार कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री को उनकी परवाह नहीं है यह किसान भारत के ही रहने वाले हैं पाकिस्तान के नहीं