नए कृषि कानून के खिलाफ किसान कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी यह मांग है कि सरकार यह तीन कानून जो बिना किसानों के सहमति के बनाए गए हैं उन्हें तुरंत वापस लिए जाएं, पंजाब के किसान पिछले कई दिनों से दिल्ली में नई कृषि कानून के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं पंजाब के किसानों की मांग है कि यह नए कानून तुरंत वापस लिया जाए |
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— Aarif Shah (@aarifshaah) November 30, 2020
इसी बीच कई बार खालिस्तान का एंगल जोड़कर देखा जा रहा है कुछ बड़े न्यूज़ चैनल्स ने दो यह भी दिखा दिया कि यह विरोध प्रदर्शन खालिस्तान के समर्थकों द्वारा किया जा रहा है,
वहीं आज हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का बड़ा बयान आया है उन्होंने कहा है कि आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है और इस आंदोलन के लिए पाकिस्तान और चीन से फंडिंग मिल रही है, विदेशी ताकतें है जो मोदी गवर्मेंट को destabilize करने की कोशिश कर रहे हैं , मोदी कोई थोपे हुए राजा नहीं है उनको जनता को समर्थन मिला हुआ है, ओर कोई स्टेट का किसान विरोध क्यों नही कर रहा है |
पिछली बार भी जब CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे थे तब बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने यह कहा था कि आंदोलन के पीछे पाकिस्तान का हाथ है और यहां के लोगों को भड़काया जा रहा है |
किसान आंदोलन के पीछे चीन-पाकिस्तान का हाथ :
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल#किसान_आंदोलन #China #Pakistan pic.twitter.com/BQo0T8yJgy
— News24 (@news24tvchannel) December 2, 2020
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल के पास इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि इस आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है फिर ऐसे बेतुके बयान क्या मायने रखते हैं ?